ˆo का मात्रक है-
Nm-¹
Fm-¹
Cv-¹
Fm
िम्न में से कौन वोल्ट / मीटर इकाई रखता है-
िद्युत फ्लक्स
िद्युत विभव
िद्युत धारिता
िद्युत क्षेत्र
िद्युत फ्लक्स निर्भर करता है-
ंद सतह के अंदर कुल आवेश पर
ंद सतह के रूप पर
ंद सतह के आकार पर
पर का सभी
िद्युत आवेश का क्वांटम e.s.u मात्रक में होता है
4.78 × 10-¹⁰
+1.6 × 10-¹⁹
2.99 × 10⁹
-1.6 × 10-¹⁹
ूलॉम बल है-
ेन्द्रीय बल
िद्युत बल
ोनों
नमें से कोई नहीं
1 कूलॉम आवेश बराबर होता है-
3 × 10⁹ e.s.u.
9 × 10⁹ e.s.u.
8.85 × 10-¹² e.s.u.
नमें से कोई नहीं
क इलेक्ट्रॉन जिसका आवेश e कूलाम्ब है, V वोल्ट विभवान्तर से गुजरता है। इसकी ऊर्जा जूल में होगी-
V/e
EV
E/V
V
्थिर विद्युतीय क्षेत्र होता है
ंरक्षी
संरक्षी
हीं संरक्षी तथा कहीं असंरक्षी
नमें से कोई नहीं
लेक्ट्रॉन का विशिष्ट आवेश होता है-
1.8 × 10¹¹ C/kg
1.8 × 10-¹⁹ C/kg
1.9 × 10-¹⁹ C/kg
नमें से कोई नहीं
्विध्रुव के अक्ष पर तथा दूरी पर विद्युत विभव का मान समानुपाती होगा-
1/r
1/r²
1/r³
1/r⁰
वेशित खोखले धातु के गोले के कन्द्र पर विद्युत विभव होता है-
ून्य
तह पर का दुगुना
तह पर आधा
तह पर के समान
क परमाणु नाभिक (Z = 50 ) जिसकी त्रिज्या 9 x 10-¹⁵ m है, उसके सतह पर विद्युत विभव होगा-
9 × 10⁵ v
9 v
8 × 10⁶ v
80 v
ृथ्वी का विद्युत विभव शून्य किया जाता है, क्योंकि पृथ्वी एक अच्छा
र्द्धचालक है
ालक है
ुचालक है
नमें से कोई नहीं
िद्युत विभव (V) बराबर है-
Q/w
W/q
Wq
ˆwq
क आवेश 20C के 2 cm गति करने में 2 J कार्य होता है। विभवांतर का मान होगा-
0.1 V
8 V
2 V
0.5 V
िद्युत क्षेत्र तथा समविभव सतह के बीच का कोण होता है-
मेशा 90°
मेशा 0°
0° और 90° के बीच
0° और 180° के बीच
िभवमापी के तार की लंबाई बढ़ा देने पर संतुलन-बिंदु प्राप्त होता है
म लंबाई पर
धिक लंबाई पर
तनी ही लंबाई पर
िसी भी लंबाई पर नहीं
्रतिरोध R वाले एक समरूप तार को n बराबर टुकड़ों में काटकर उन्हें समांतरक्रम में जोड़ दिया जाता है। संयोजन का समतुल्य प्रतिरोध है
R/n²
NR
R/n
N/R²
िसी विभवमापी की सुग्राहिता बढ़ाने के लिए
ार के अनुप्रस्थ क्षेत्रफल को बढ़ाना चाहिए
ार की लंबाई को घटाना चाहिए
सकी धारा को घटाना चाहिए
सकी धारा को बढ़ाना चाहिए
िलोवाट-घंटा (kWh) मात्रक है
क्ति का
र्जा का
ल-आघूर्ण का
नमें से कोई नहीं
ाँबे के एक तार तथा जरमेनियम के तार को कमरे के ताप से 80K तक ठंडा किया जाता है। तब प्रतिरोध
ोनों तारों का घटेगा
ोनों तारों का बढ़ेगा
ाँबे के तार का घटेगा तथा जरमेनियम के तार का बढ़ेगा
रमेनियम के तार का घटेगा तथा ताँबे के तार का बढ़ेगा
ार्बन प्रतिरोध में कलर कोड लाल रंग का मान होता है
2
1
3
0
लेक्ट्रॉनवोल्ट (electronvolt) द्वारा मापा जाता है
वेश
िभवांतर
ारा
र्जा
िद्युत वाहक बल की विमा है
ML²T-²
I-¹ML²T-²
MLT-²
I-¹ML²T-³
्थिर आवेशित कण के निकट एक प्रबल चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न किए जाने पर
नात्मक आवेश चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में गतिमान होगा
णात्मक आवेश चुंबकीय क्षेत्र की दिशा के विपरीत गतिमान होगा
वेश में चक्रण गति (spin) उत्पन्न होगी
वेश स्थिर रहेगा
क धारावाही वृत्तीय लूप की त्रिज्या दुगुनी तथा धारा आधी कर दी जाए तो चुंबकीय आघूर्ण हो जाएगा
धा
ुगुना
ौगुना
नमें से कोई नहीं
ुम्बकीय आघूर्ण का SI मात्रक होता है-
JT-²
Am²
JT
Am-¹
कसमान चुम्बकीय क्षेत्र में चुम्बक के विक्षेपण में किया गया कार्य होता है
W = MB(1 − sin 0)
W = MBsin 0
W = MB(1 - cos 0)
W = MBcos 0
्रुव प्रबलता का SI मात्रक है
N
N/Am
Am
T
ृथ्वी के चुम्बकीय ध्रुव पर नमन कोण का मान होता है-
90°
45°
180°
िर्वात की चुम्बकीय प्रवृत्ति का मान होता है-
0.5 के बराबर
नंत
1 के बराबर
ून्य
{"name":"∈o का मात्रक है-", "url":"https://www.quiz-maker.com/QPREVIEW","txt":"∈o का मात्रक है-, निम्न में से कौन वोल्ट \/ मीटर इकाई रखता है-, विद्युत फ्लक्स निर्भर करता है-","img":"https://www.quiz-maker.com/3012/images/ogquiz.png"}
Powered by: Quiz Maker